ऑनलाइन बाजार में किसी भी व्यापार योग्य परिसंपत्ति की ताकत को निर्धारित करने वाला शायद सबसे महत्वपूर्ण कारक बाजार की तरलता है।
बाजार तरलता क्या है?
बाजार तरलता से तात्पर्य उस आसानी से है जिसके द्वारा किसी परिसंपत्ति को शीघ्रता से तथा स्थिर मूल्य पर खरीदा या बेचा जा सकता है।
सरल शब्दों में कहें तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी तेजी से किसी परिसंपत्ति को नकदी में बदल सकते हैं।
बाजार की तरलता कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे किसी परिसंपत्ति के लिए ऑर्डर पूरा करने वाले सक्रिय व्यापारियों की संख्या और परिसंपत्ति के लिए आपूर्ति और मांग की मात्रा।
उच्च व्यापारिक गतिविधि, साथ ही आपूर्ति और मांग दोनों का उच्च स्तर, आमतौर पर उच्च बाजार तरलता निर्धारित करते हैं।
बाजार में तरलता क्यों महत्वपूर्ण है?
बाजार में तरलता कई कारणों से महत्वपूर्ण है। शायद सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि यह इस बात को प्रभावित करता है कि आप कितनी जल्दी कोई पोजीशन खोल या बंद कर सकते हैं।
चूंकि उच्च तरलता का अर्थ है कि एक ही समय में बड़ी संख्या में लोग खरीद या बिक्री कर रहे हैं, इसलिए यह आम तौर पर कम जोखिम से जुड़ा होता है, क्योंकि व्यापार के विपरीत पक्ष में हमेशा कोई न कोई मौजूद होता है।
इसके अलावा, यह उस प्रसार को निर्धारित करता है जो एक कंपनी प्रदान कर सकती है, जिससे तंग प्रसार की संभावना बढ़ जाती है।
💡 टिप
हर ट्रेड से पहले लिक्विडिटी पर विचार किया जाना चाहिए। लिक्विडिटी की कमी अक्सर उच्च जोखिम से जुड़ी होती है।